गुरुवार देर रात दिल्ली में उस वक्त हड़कंप मच गया जब न्यू बोर्न चाइल्ड अस्पताल में आग लग गई। सूचना पर पहुंची दमकल विभाग की 9 गाड़ियों ने काफी कोशिशों के बाद आग पर काबू पा लिया। दिल्ली के अस्पताल में जब आग यह घटना हुई थी उस वक्त करीब 20 नवजात बच्चे अस्पताल में मौजूद थे। जिन्हे सकुशल बाहर निकाल लिया गया और दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
अस्पताल में फंसे थे 20 बच्चे
फिलहाल आग लगने के पीछे की वजह अभी तक पता नहीं चल सका है। घटना दिल्ली के वैशाली कॉलोनी में घटी थी। मामले में बात करते हुए दिल्ली दमकल सेवा निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि उन्हें करीब 11:35 पर एक अस्पताल में आग की सूचना मिली थी। इस अस्पताल में 20 बच्चे फंसे थे वहीं यह आग अस्पताल के बेसमेंट में लगी थी और बच्चे पहले माले पर थे जिसके बाद उन्होंने आनन-फानन में बच्चे व नर्स को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया। अतुल गर्ग ने बताया कि बच्चे व नर्स सभी सुरक्षित हैं। वहीं प्रयासों में दिल्ली दमकल सेवा ने घटनास्थल पर मौके पर पहुंचकर 20 नवजात शिशुओं को अस्पताल की नर्सरी और वार्ड्स में घुआं पहुंचने से पहले ही सुरक्षित निकाल लिया था।
दिल्ली दमकल सेवा निदेशक ने बताया कि इन 20 नवजात शिशुओं में से 13 को जनकपुरी स्थित आर्य हॉस्पिटल में, दो दो बच्चों को द्वारका में स्थित एक हॉस्पिटल में और जनकपुरी में स्थित जेके हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया गया। इसके अलावा तीन नवजात शिशु को घटनास्थल से डिस्चार्ज कर के घर भेज दिया गया।
बेसमेंट में लगी थी भीषण आग
अस्पताल के जिस बेसमेंट में भीषण आग लगी थी वह 180 स्क्वायर फीट चौड़ा था। यह अस्पताल तीन मंजिला है। वही मौके पर पहुंची दमकल की 9 गाड़ियों ने करीब 2 घंटे के बाद आग पर काबू पा लिया था कुछ लोगों का कहना है कि आग की यह घटना इलेक्ट्रिक शार्ट सर्किट की वजह से हुइ है। फिलहाल इसकी पुष्टि जांच के बाद ही की जा सकती है।